दुर्ग-भिलाई.
छत्तीसगढ़ का पहला और एकमात्र आईआईटी का स्थाई कैंपस बनकर लगभग तैयार हो चुका है।
आपको बता दें कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार 20
फरवरी को आईआईटी भिलाई का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के
सचिव संजय कुमार ने इसकी पुष्टि की है. इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री
विष्णुदेव साय समेत कई मंत्री और बड़े नेता मौजूद रहेंगे. मिली जानकारी के मुताबिक
भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के सचिव संजय कुमार ने 15 फरवरी को
आईआईटी भिलाई को इस संबंध में पत्र जारी किया है. पत्र में बताया गया है कि 20
फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू में आयोजित कार्यक्रम के दौरान आईआईटी
भिलाई का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे. इसके लिए भिलाई आईआईटी परिसर में एक बड़ा
कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय यहां मौजूद रहेंगे.
आपको बता दें कि
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बनने के बाद विष्णु देव साय के लिए यह पहला मौका है जब
वह आईआईटी भिलाई आ रहे हैं. यहां आयोजित कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री
विष्णुदेव साय, अन्य मंत्री, विधायक और बड़े
नेता समेत आईआईटी भिलाई का स्टाफ मौजूद रहेगा. गौरतलब है कि पहले आईआईटी भिलाई की
कक्षाएं इंजीनियरिंग कॉलेज सेजबहार, रायपुर में लगती थीं। अब उन्हें भिलाई
में अत्याधुनिक कैंपस मिल गया है। इसके बाद यहां छात्रों और शोधार्थियों की संख्या
बढ़ेगी। फिलहाल यहां पहले से ही कई विषयों की कक्षाएं चल रही हैं.
आईआईटी भिलाई का
परिसर अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित है। यह परिसर 358 एकड़ में बना
है। पहले चरण में 878 करोड़ रुपये की लागत से कैंपस तैयार किया गया
है. जो अत्याधुनिक और पर्यावरण अनुकूल है। परिसर में क्लासरूम, हॉस्टल,
लैब,
ऑडिटोरियम,
लाइब्रेरी,
स्टाफ
हॉस्टल सहित सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसी सत्र से कक्षाएं भी शुरू हो गई हैं।
आईआईटी भिलाई में छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों के 700 छात्र पढ़ रहे
हैं।