डीपीएस स्कूल मरोदा में उपस्थित 1000
स्कूली बच्चों एवं शिक्षकों को उप पुलिस अधीक्षक श्री सतीश ठाकुर द्वारा यातायात
नियमों से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया। उपस्थित स्कूली बच्चों से अपील की गई कि वे
अपने माध्यम से अपने परिवार के सदस्यों, पड़ोसियों एवं रिश्तेदारों को यातायात
नियमों के प्रति जागरूक करें। वीडियो क्लिप के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं के
कारणों को दर्शाया गया। कार्यक्रम में यातायात नियमों से संबंधित सवालों का जवाब
देने वाले तीन बच्चों को यातायात सप्ताह के दौरान सम्मानित किया जाएगा।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दुर्ग श्री
रामगोपाल गर्ग के निर्देश पर यातायात पुलिस दुर्ग द्वारा नये वर्ष में यातायात
जागरूकता/प्रशिक्षण की शुरूआत डीपीएस स्कूल मरोदा से की गई। यातायात जागरूकता
कार्यक्रम के अंतर्गत आज श्री सतीश ठाकुर, पुलिस उपाधीक्षक (यातायात) ने डीपीएस
स्कूल में उपस्थित 1000 बच्चों एवं शिक्षकों को यातायात नियमों के
बारे में विस्तृत जानकारी दी, जिसमें कार्यक्रम के प्रारंभ में सबसे
पहले सभी को स्कूल प्रबंधन के बस चालकों द्वारा यातायात नियमों के बारे में बताया
गया। संबंधित गीत प्रस्तुत किया गया. तत्पश्चात उप पुलिस अधीक्षक यातायात द्वारा
यातायात कैसे कार्य करता है एवं इसके मुख्य घटक 04-ई के बारे में
बताया गया। पहला-ई है रोड इंजीनियरिंग, दूसरा-ई है इसके अंतर्गत शिक्षा,
चलने
के नियम, ट्रैफिक सिग्नल, रोड मार्किंग, रोड साइन। वाहन
चलाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए इसके बारे में बोर्ड और वाहन चलाने के
नियमों से अवगत कराया गया। तीसरा- ई-इन्फो, इसके तहत पुलिस
नियमों का पालन न करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई करती है। चौथा-
ई-इमरजेंसी केयर, इसके तहत सड़क सुरक्षा का काम किया जाता है.
जानिए किसी दुर्घटना में घायल व्यक्ति का इलाज कैसे करें। इसके बाद कार्यक्रम में
बच्चों को सड़क दुर्घटनाओं से संबंधित वीडियो क्लिप दिखाए गए जिसमें उन्हें सड़क
दुर्घटनाओं के कारणों के बारे में जागरूक किया गया और इन बातों को अपने परिवार के
सदस्यों और रिश्तेदारों के साथ साझा करके यातायात नियमों का पालन करने के लिए
प्रेरित किया गया। विद्यार्थियों को अनुशासित जीवन जीना चाहिए। इसी प्रकार,
एक
अनुशासित चालक सड़क दुर्घटनाओं से बच सकता है। उप पुलिस अधीक्षक यातायात ने कहा कि
हमारा उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं एवं सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को रोकना
है, जिसके लिए वाहन चालक को यातायात नियमों की जानकारी होना अति आवश्यक
है, उसी प्रकार नाबालिग को भी बिना लाइसेंस के वाहन नहीं चलाना चाहिए।
आज के जागरूकता कार्यक्रम के दौरान
विद्यालय के प्राचार्य एवं शिक्षकगण एवं यातायात पुलिस विभाग से सहायक उपनिरीक्षक
राजगणी सिंह एवं आरक्षक तिलक साहू उपस्थित थे।