नेशनल रोड सेफ्टी शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल
में शामिल फिल्मों के जरिए ट्रैफिक नियमों की जानकारी देने के साथ जागरूकता का
संदेश भी दिया जा रहा है.
भिलाई. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर
में आयोजित नेशनल रोड सेफ्टी शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल में शामिल फिल्मों के जरिए
ट्रैफिक नियमों की जानकारी देने के साथ जागरूकता का संदेश भी दिया जा रहा है. सड़क
सुरक्षा पर 'हेलमेट', 'फाइनल्स'
और 'गलती
मोर साजा तोर' जैसी लघु फिल्मों ने दर्शकों के साथ-साथ
मेहमानों को भी चौंका दिया है। दरअसल, फिल्मों में बताया गया है कि कैसे
छोटी-छोटी लापरवाही परिवार को बड़ा नुकसान पहुंचाती है।
कुछ ऐसा ही संदेश फिल्म 'हेलमेट'
में
देखने को मिला था। बिना हेलमेट गाड़ी चलाने के कारण एक परिवार के मुखिया की मौत हो
गई। इस हादसे से परिवार तबाह हो गया। लड़की की पढ़ाई छूट गयी. घर की आर्थिक स्थिति
ख़राब होने के कारण लड़की को स्कूल छोड़कर काम पर जाना पड़ा।
लघु फिल्म हेलमेट को राष्ट्रीय सड़क
सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ निर्देशक और सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का
पुरस्कार मिला है। फिल्म हेलमेट की कहानी, स्क्रीन प्ले और डायरेक्शन बिन्नी पॉल
ने किया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने फिल्म हेलमेट के जरिये यातायात जागरूकता
फैलाने के लिए बिन्नी पॉल और उनकी पूरी टीम को बधाई दी.
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म
महोत्सव में सीएम विष्णुदेव साय ने कहा, लघु फिल्मों के माध्यम से बताया गया कि
छोटी-छोटी लापरवाही से कितनी कीमती जान चली जाती है. अगर यातायात नियमों का पूरी
तरह से पालन किया जाए तो इससे बचा जा सकता है।
मैंने ये फिल्में देखीं और ट्रैफिक
विभाग ने इन लापरवाहियों को रचनात्मक माध्यम से उजागर किया है, जिसका
दर्शकों पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ेगा और वे ट्रैफिक संबंधी सावधानियां बरतेंगे।