छत्तीसगढ़ की जेलों में बंद कैदियों को
अपने परिवार से मिलने के लिए अब ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. फिजिकल मुलाकात
के साथ-साथ वीडियो कॉल के जरिए भी मिलने का मौका दिया जा सकता है.
रायपुर. छत्तीसगढ़ की जेलों में बंद
कैदियों को अपने परिवार से मिलने के लिए अब ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा.
फिजिकल मुलाकात के साथ-साथ वीडियो कॉल के जरिए भी मिलने का मौका दिया जा सकता है.
यह संकेत आज राज्य के गृह मंत्री विजय शर्मा ने दिये. विजय शर्मा आज रायपुर
सेंट्रल जेल पहुंचे थे. यहां उन्होंने जेल में बंद कैदियों से बातचीत की.
निरीक्षण के बाद मीडिया से बात करते
हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने उस सेल को भी देखा जहां कभी वे खुद बंद थे. उन्होंने
कहा कि कैदियों की उनके परिवार से मुलाकात की मौजूदा व्यवस्था में सुधार की जरूरत
है. इसके लिए टेक्नोलॉजी की मदद ली जाएगी. उन्होंने कहा कि 22
जनवरी को पूरा देश रामलाल की बरसी मनाएगा, इसलिए जेलों में भी खुशियां मनाई
जाएंगी. जेल को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया जाएगा। कैदियों के बीच मिठाई बांटी
जायेगी
आपको बता दें कि इससे पहले राज्य के
उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने बड़ा बयान दिया था. उन्होंने वीडियो
कॉल के जरिए नक्सलियों को शांति वार्ता करने का प्रस्ताव दिया था. गौरतलब है कि
छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में लंबे समय से नक्सलियों का आतंक कायम है. सरकार और
नक्सलियों के बीच कई बार बातचीत की कोशिश की गई, लेकिन हमेशा
असफल साबित हुई। इस बीच राज्य के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने
वीडियो कॉल के जरिए नक्सलियों को शांति वार्ता करने का प्रस्ताव दिया है.
आपको बता दें कि मंगलवार को राजधानी
रायपुर में पुलिस हेल्पलाइन 112 सेटअप के निरीक्षण के दौरान गृह मंत्री
विजय शर्मा ने कहा था कि, मैं माओवादियों से बात करना चाहता हूं,
लेकिन
अगर माओवादी सामने नहीं आना चाहते तो मैं क्या करूं? उन्होंने आगे
कहा कि मैं उनसे वीडियो कॉल के जरिए भी बात करने को तैयार हूं.|