- पैसों के लेन-देन को लेकर हुई थी हत्या.
- खुर्सीपार में कटर से गला काटकर हत्या कर दी गई।
- पुलिस ने तपन सरकार की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया था.
- दुर्ग पुलिस लगातार कई शहरों में छापेमारी कर रही थी.
- पूछताछ के दौरान तपन सरकार ने हत्या करवाने का जुर्म कबूल किया- दुर्ग पुलिस।
दुर्ग-भिलाई. दुर्ग का गैंगस्टर तपन
सरकार एक बार फिर चर्चा में है. मामला 2023 के होली में शुभम हत्याकांड है। दुर्ग
पुलिस को इस मामले में तपन सरकार की संलिप्तता नजर आ रही है। सशर्त जमानत पर जेल
से बाहर आए तपन सरकार की एक बार फिर तलाश है और उसे दुर्ग पुलिस ने सोमवार को
रायपुर से गिरफ्तार कर लिया है। आपको बता दें, महादेव महार
हत्याकांड का मुख्य आरोपी भी तपन सरकार ही है. पुलिस का कहना है कि होली के दिन
खुर्सीपार में हुई शुभम राजपूत नाम के युवक की हत्या में भी तपन शामिल है.
हत्या पैसों के लेनदेन को लेकर हुई थी.
दुर्ग पुलिस ने बताया कि पैसे के
लेनदेन को लेकर शुभम राजपूत की हत्या की गई है. इस मामले में फरार आरोपी यानी तपन
सरकार लगातार अपना ठिकाना बदल कर गिरफ्तारी से बचने की कोशिश कर रहा था. पुलिस
दुर्ग-भिलाई, रायपुर, बिलासपुर,
नागपुर,
मुंबई
और भुवनेश्वर, उड़ीसा में फरार आरोपियों के रहने के संभावित
ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही थी। एंटी क्राइम एवं साइबर यूनिट दुर्ग एवं
थाना खुर्सीपार पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर तपन को गिरफ्तार कर लिया।
खुर्सीपार में कटर से गला काटकर की गई
थी हत्या.
पुलिस ने बताया कि 08
मार्च 2023 को प्रार्थी कौशल प्रसाद निवासी राजीव नगर मोची मोहल्ला ने थाना
खुर्सीपार में रिपोर्ट दर्ज करायी कि उसके पुत्र शुभम राजपूत की उसके नौकर राम
निषाद ने गर्दन पर धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी है. पैसे के लेन-देन को
लेकर कटर। आरोपी नौकर राम निषाद के विरूद्ध थाना खुर्सीपार में अपराध क्रमांक 54/2023
धारा 302 आईपीसी पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। इस मामले में आरोपी
नौकर राम निषाद को घटना के तुरंत बाद ही गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जा
चुका है. मामले का दूसरा आरोपी तपन सरकार घटना के बाद से फरार था.
पुलिस ने तपन सरकार की गिरफ्तारी के
लिए एक विशेष टीम का गठन किया था
पुलिस ने बताया कि हत्या की घटना में
फरार आरोपी तपन सरकार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राम गोपाल गर्ग (भा.पु.से.) द्वारा
उसे पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिये गये थे। जिसके परिपालन में
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) अभिषेक झा (आर.पी.एस.), अतिरिक्त पुलिस
अधीक्षक (अपराध) डॉ. अनुराग झा (आर.पी.एस.), नगर पुलिस
अधीक्षक (कैंट) आशीष बंछोर (आर.पी.एस.)। ) एवं एसीसीयू प्रभारी निरीक्षक नरेश पटेल
के नेतृत्व में निरीक्षक संतोष मिश्रा एवं थाना प्रभारी खुर्सीपार निरीक्षक
उमेंद्र टंडन, थाना प्रभारी सुपेला निरीक्षक दुर्गेश शर्मा,
थाना
प्रभारी छावनी निरीक्षक सोनल ग्वाला, थाना प्रभारी जामुल निरीक्षक केशव
कोसले। एसीसीयू और खुर्सीपार थाने की संयुक्त टीम बनाकर कार्रवाई के लिए तैनात
किया गया।
पुलिस लगातार कई शहरों में छापेमारी कर
रही थी.
फरार आरोपी तपन सरकार की पतासाजी हेतु
अलग-अलग टीमों का गठन कर कार्रवाई हेतु लगाया गया। टीम पिछले अपराध के फरार आरोपी
तपन सरकार के पार्टनरों, गुर्गों और परिवार के सदस्यों से
लगातार पूछताछ कर जानकारी जुटा रही थी। पता लगाने के लिए विशेष सूत्र भी तैनात
किये गये। फरार आरोपी के ठहरने के संभावित स्थानों, दुर्ग भिलाई,
रायपुर,
बिलासपुर,
नागपुर,
मुंबई
और भुवनेश्वर, उड़ीसा में विभिन्न स्थानों पर लगातार छापेमारी
की जा रही थी, लेकिन फरार आरोपी लगातार अपना ठिकाना बदल रहा
था। टीम द्वारा तकनीकी आधार पर फरार आरोपियों की पतासाजी के भी प्रयास किये जा रहे
थे।
तपन सरकार ने कबूला जुर्म - दुर्ग
पुलिस
इसी बीच पुलिस को विशेष सूत्रों से पता
चला कि फरार आरोपी तपन सरकार ग्राम जौंदा चंपारण जिला रायपुर के एक फार्म हाउस में
छिपा हुआ है, इसकी सूचना पर टीम ने घेराबंदी कर उसे पकड़
लिया. दुर्ग पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि घटना के संबंध में पूछताछ करने पर
वह गुमराह करता रहा, लेकिन मेरे कहने पर तथ्यात्मक पूछताछ करने पर
नौकर राम निषाद ने स्वीकार कर लिया कि उसने ही शुभम राजपूत की हत्या की है. घटना
के फरार आरोपियों को छिपाने में मदद करने वाले लोगों की भूमिका की अलग से जांच की
जा रही है. खुर्सीपार थाने से अग्रिम कार्रवाई की जा रही है। उपरोक्त कार्यवाही
में थाना खुर्सीपार से थाना प्रभारी नागेन्द्र बंछोर, यशवन्त
श्रीवास्तव, आरक्षक संदीप कुरेन एवं एसीसीयू से थाना प्रभारी
राजेश पांडे, शमित मिश्रा, प्र.आर. उपस्थित
रहे। संतोष मिश्रा, चन्द्रशेखर बंजीर, सगीर खान,
आरक्षक
चित्रसेन साहू, बालमुकुंद, संतोष गुप्ता,
राकेश
चौधरी, अजय गेहलोत की उल्लेखनीय भूमिका रही।